Home Actress Apoorva Arora HD Instagram Photos and Wallpapers October 2023 Apoorva Arora Instagram - दो चार गाम राह को हमवार देखना फिर हर क़दम पे इक नई दीवार देखना आँखों की रौशनी से है हर संग आईना हर आइने में ख़ुद को गुनहगार देखना हर आदमी में होते हैं दस बीस आदमी जिस को भी देखना हो कई बार देखना मैदाँ की हार जीत तो क़िस्मत की बात है टूटी है किस के हाथ में तलवार देखना दरिया के इस किनारे सितारे भी फूल भी दरिया चढ़ा हुआ हो तो उस पार देखना अच्छी नहीं है शहर के रस्तों से दोस्ती आँगन में फैल जाए न बाज़ार देखना -निदा फ़ाज़ली

Apoorva Arora Instagram – दो चार गाम राह को हमवार देखना फिर हर क़दम पे इक नई दीवार देखना आँखों की रौशनी से है हर संग आईना हर आइने में ख़ुद को गुनहगार देखना हर आदमी में होते हैं दस बीस आदमी जिस को भी देखना हो कई बार देखना मैदाँ की हार जीत तो क़िस्मत की बात है टूटी है किस के हाथ में तलवार देखना दरिया के इस किनारे सितारे भी फूल भी दरिया चढ़ा हुआ हो तो उस पार देखना अच्छी नहीं है शहर के रस्तों से दोस्ती आँगन में फैल जाए न बाज़ार देखना -निदा फ़ाज़ली

Apoorva Arora Instagram - दो चार गाम राह को हमवार देखना फिर हर क़दम पे इक नई दीवार देखना आँखों की रौशनी से है हर संग आईना हर आइने में ख़ुद को गुनहगार देखना हर आदमी में होते हैं दस बीस आदमी जिस को भी देखना हो कई बार देखना मैदाँ की हार जीत तो क़िस्मत की बात है टूटी है किस के हाथ में तलवार देखना दरिया के इस किनारे सितारे भी फूल भी दरिया चढ़ा हुआ हो तो उस पार देखना अच्छी नहीं है शहर के रस्तों से दोस्ती आँगन में फैल जाए न बाज़ार देखना -निदा फ़ाज़ली

Apoorva Arora Instagram – दो चार गाम राह को हमवार देखना
फिर हर क़दम पे इक नई दीवार देखना

आँखों की रौशनी से है हर संग आईना
हर आइने में ख़ुद को गुनहगार देखना

हर आदमी में होते हैं दस बीस आदमी
जिस को भी देखना हो कई बार देखना

मैदाँ की हार जीत तो क़िस्मत की बात है
टूटी है किस के हाथ में तलवार देखना

दरिया के इस किनारे सितारे भी फूल भी
दरिया चढ़ा हुआ हो तो उस पार देखना

अच्छी नहीं है शहर के रस्तों से दोस्ती
आँगन में फैल जाए न बाज़ार देखना

-निदा फ़ाज़ली | Posted on 20/Oct/2023 20:58:25

Apoorva Arora Instagram – दो चार गाम राह को हमवार देखना
फिर हर क़दम पे इक नई दीवार देखना 

आँखों की रौशनी से है हर संग आईना 
हर आइने में ख़ुद को गुनहगार देखना 

हर आदमी में होते हैं दस बीस आदमी 
जिस को भी देखना हो कई बार देखना 

मैदाँ की हार जीत तो क़िस्मत की बात है 
टूटी है किस के हाथ में तलवार देखना 

दरिया के इस किनारे सितारे भी फूल भी 
दरिया चढ़ा हुआ हो तो उस पार देखना 

अच्छी नहीं है शहर के रस्तों से दोस्ती 
आँगन में फैल जाए न बाज़ार देखना

-निदा फ़ाज़ली
Apoorva Arora Instagram – न था कुछ तो ख़ुदा था कुछ न होता तो ख़ुदा होता 
डुबोया मुझ को होने ने न होता मैं तो क्या होता 
हुआ जब ग़म से यूँ बे-हिस तो ग़म क्या सर के कटने का 
न होता गर जुदा तन से तो ज़ानू पर धरा होता 
हुई मुद्दत कि ‘ग़ालिब’ मर गया पर याद आता है 
वो हर इक बात पर कहना कि यूँ होता तो क्या होता 

📸- @parikshitjoshi_

Check out the latest gallery of Apoorva Arora