Home Actress Apoorva Arora HD Instagram Photos and Wallpapers March 2024 Apoorva Arora Instagram - दुनिया के किसी भी कोने में जाती हूँ, जो कुछ देखती हूँ, नया, रंगीन, अजब सा, जिसकी कल्पना मेरे जैसे आम इंसान ने नहीं की होती, या सर्फ सिनेमा और साहित्य में देखा होता है, सोचती हूँ मेरी माँ को कितना अच्छा लगेगा फिल्मों और किताबों में देखा पढ़ा जैसा कुछ जीने को मिलता है तो समझ नहीं आता इसे ठीक से जी रही हूँ या अब भी कोई कमी है। कहीं मैं आधा अधूरा तो नहीं महसूस कर रही, कहीं मेरा कैनवस दूसरों के जिए हुए के भूसले रंगों से भर तो नहीं गया है? मेरी माँ ने ना सिनेमा देखा है ना कभी ज़्यादा पढ़ा है, वो इसे जीती तो कैसे जीती? उनका कैनवस ख़ाली ना सही, अपनी आप बीती के पक्के रंगों से कहीं कहीं भरा होगा शायद। अब भी थोड़ी ख़ाली जगह होगी शायद। वो यहाँ आ जाती तो मैं भी देख लेती कि इसे असल में कैसे जीना है। -अपूर्वा #ShotOnFilm #kodakgold200 Scanned and developed by- @zhenwei.film

Apoorva Arora Instagram – दुनिया के किसी भी कोने में जाती हूँ, जो कुछ देखती हूँ, नया, रंगीन, अजब सा, जिसकी कल्पना मेरे जैसे आम इंसान ने नहीं की होती, या सर्फ सिनेमा और साहित्य में देखा होता है, सोचती हूँ मेरी माँ को कितना अच्छा लगेगा फिल्मों और किताबों में देखा पढ़ा जैसा कुछ जीने को मिलता है तो समझ नहीं आता इसे ठीक से जी रही हूँ या अब भी कोई कमी है। कहीं मैं आधा अधूरा तो नहीं महसूस कर रही, कहीं मेरा कैनवस दूसरों के जिए हुए के भूसले रंगों से भर तो नहीं गया है? मेरी माँ ने ना सिनेमा देखा है ना कभी ज़्यादा पढ़ा है, वो इसे जीती तो कैसे जीती? उनका कैनवस ख़ाली ना सही, अपनी आप बीती के पक्के रंगों से कहीं कहीं भरा होगा शायद। अब भी थोड़ी ख़ाली जगह होगी शायद। वो यहाँ आ जाती तो मैं भी देख लेती कि इसे असल में कैसे जीना है। -अपूर्वा #ShotOnFilm #kodakgold200 Scanned and developed by- @zhenwei.film

Apoorva Arora Instagram - दुनिया के किसी भी कोने में जाती हूँ, जो कुछ देखती हूँ, नया, रंगीन, अजब सा, जिसकी कल्पना मेरे जैसे आम इंसान ने नहीं की होती, या सर्फ सिनेमा और साहित्य में देखा होता है, सोचती हूँ मेरी माँ को कितना अच्छा लगेगा फिल्मों और किताबों में देखा पढ़ा जैसा कुछ जीने को मिलता है तो समझ नहीं आता इसे ठीक से जी रही हूँ या अब भी कोई कमी है। कहीं मैं आधा अधूरा तो नहीं महसूस कर रही, कहीं मेरा कैनवस दूसरों के जिए हुए के भूसले रंगों से भर तो नहीं गया है? मेरी माँ ने ना सिनेमा देखा है ना कभी ज़्यादा पढ़ा है, वो इसे जीती तो कैसे जीती? उनका कैनवस ख़ाली ना सही, अपनी आप बीती के पक्के रंगों से कहीं कहीं भरा होगा शायद। अब भी थोड़ी ख़ाली जगह होगी शायद। वो यहाँ आ जाती तो मैं भी देख लेती कि इसे असल में कैसे जीना है। -अपूर्वा #ShotOnFilm #kodakgold200 Scanned and developed by- @zhenwei.film

Apoorva Arora Instagram – दुनिया के किसी भी कोने में जाती हूँ, जो कुछ देखती हूँ,
नया, रंगीन, अजब सा, जिसकी कल्पना मेरे जैसे आम इंसान ने नहीं की होती, या सर्फ सिनेमा और साहित्य में देखा होता है,
सोचती हूँ मेरी माँ को कितना अच्छा लगेगा
फिल्मों और किताबों में देखा पढ़ा जैसा कुछ जीने को मिलता है तो समझ नहीं आता इसे ठीक से जी रही हूँ या अब भी कोई कमी है। कहीं मैं आधा अधूरा तो नहीं महसूस कर रही, कहीं मेरा कैनवस दूसरों के जिए हुए के भूसले रंगों से भर तो नहीं गया है?
मेरी माँ ने ना सिनेमा देखा है ना कभी ज़्यादा पढ़ा है, वो इसे जीती तो कैसे जीती? उनका कैनवस ख़ाली ना सही, अपनी आप बीती के पक्के रंगों से कहीं कहीं भरा होगा शायद। अब भी थोड़ी ख़ाली जगह होगी शायद।
वो यहाँ आ जाती तो मैं भी देख लेती कि इसे असल में कैसे जीना है।
-अपूर्वा

#ShotOnFilm #kodakgold200

Scanned and developed by- @zhenwei.film | Posted on 09/Mar/2024 10:40:59

Apoorva Arora Instagram – दुनिया के किसी भी कोने में जाती हूँ, जो कुछ देखती हूँ,
 नया, रंगीन, अजब सा, जिसकी कल्पना मेरे जैसे आम इंसान ने नहीं की होती, या सर्फ सिनेमा और साहित्य में देखा होता है,
सोचती हूँ मेरी माँ को कितना अच्छा लगेगा 
फिल्मों और किताबों में देखा पढ़ा जैसा कुछ जीने को मिलता है तो समझ नहीं आता इसे ठीक से जी रही हूँ या अब भी कोई कमी है। कहीं मैं आधा अधूरा तो नहीं महसूस कर रही, कहीं मेरा कैनवस दूसरों के जिए हुए के भूसले रंगों से भर तो नहीं गया है? 
मेरी माँ ने ना सिनेमा देखा है ना कभी ज़्यादा पढ़ा है, वो इसे जीती तो कैसे जीती? उनका कैनवस ख़ाली ना सही, अपनी आप बीती के पक्के रंगों से कहीं कहीं भरा होगा शायद। अब भी थोड़ी ख़ाली जगह होगी शायद।
वो यहाँ आ जाती तो मैं भी देख लेती कि इसे असल में कैसे जीना है।
-अपूर्वा

#ShotOnFilm #kodakgold200 

Scanned and developed by- @zhenwei.film
Apoorva Arora Instagram – दुनिया के किसी भी कोने में जाती हूँ, जो कुछ देखती हूँ,
 नया, रंगीन, अजब सा, जिसकी कल्पना मेरे जैसे आम इंसान ने नहीं की होती, या सर्फ सिनेमा और साहित्य में देखा होता है,
सोचती हूँ मेरी माँ को कितना अच्छा लगेगा 
फिल्मों और किताबों में देखा पढ़ा जैसा कुछ जीने को मिलता है तो समझ नहीं आता इसे ठीक से जी रही हूँ या अब भी कोई कमी है। कहीं मैं आधा अधूरा तो नहीं महसूस कर रही, कहीं मेरा कैनवस दूसरों के जिए हुए के भूसले रंगों से भर तो नहीं गया है? 
मेरी माँ ने ना सिनेमा देखा है ना कभी ज़्यादा पढ़ा है, वो इसे जीती तो कैसे जीती? उनका कैनवस ख़ाली ना सही, अपनी आप बीती के पक्के रंगों से कहीं कहीं भरा होगा शायद। अब भी थोड़ी ख़ाली जगह होगी शायद।
वो यहाँ आ जाती तो मैं भी देख लेती कि इसे असल में कैसे जीना है।
-अपूर्वा

#ShotOnFilm #kodakgold200 

Scanned and developed by- @zhenwei.film

Check out the latest gallery of Apoorva Arora