🖤 . Photographed by @iamromill With @dollychawla22
🖤 . Photographed by @iamromill With @dollychawla22
🖤 . Photographed by @iamromill With @dollychawla22
🖤 . Photographed by @iamromill With @dollychawla22
🖤 . Photographed by @iamromill With @dollychawla22
🖤 . Photographed by @iamromill With @dollychawla22
🖤 . Photographed by @iamromill With @dollychawla22
Happy holi 2025
Happy holi 2025
Happy holi 2025
Happy holi 2025
बैठी थी चुपचाप, किताबों के संग, शब्दों में ढूँढ रही थी कोई रंग। धीमे से मुस्काई, पन्ना पलटा, मानो कोई ख़त था, खुद को लिखा। कभी वो हँसी, कभी शरमाई, कभी लगा कोई पास तो न आया? किताब के पन्नों में उलझा ये मन, पढ़ते-पढ़ते हो गया अनजान। शब्दों से निकला एक ख़्वाब नया, दिल में उतरता एहसास नया। कहीं दूर कोई मुस्कुरा रहा था, या किताब ही इश्क़ सिखा रहा था? . Photographed by @iamromill Muse: @dollychawla22
बैठी थी चुपचाप, किताबों के संग, शब्दों में ढूँढ रही थी कोई रंग। धीमे से मुस्काई, पन्ना पलटा, मानो कोई ख़त था, खुद को लिखा। कभी वो हँसी, कभी शरमाई, कभी लगा कोई पास तो न आया? किताब के पन्नों में उलझा ये मन, पढ़ते-पढ़ते हो गया अनजान। शब्दों से निकला एक ख़्वाब नया, दिल में उतरता एहसास नया। कहीं दूर कोई मुस्कुरा रहा था, या किताब ही इश्क़ सिखा रहा था? . Photographed by @iamromill Muse: @dollychawla22
बैठी थी चुपचाप, किताबों के संग, शब्दों में ढूँढ रही थी कोई रंग। धीमे से मुस्काई, पन्ना पलटा, मानो कोई ख़त था, खुद को लिखा। कभी वो हँसी, कभी शरमाई, कभी लगा कोई पास तो न आया? किताब के पन्नों में उलझा ये मन, पढ़ते-पढ़ते हो गया अनजान। शब्दों से निकला एक ख़्वाब नया, दिल में उतरता एहसास नया। कहीं दूर कोई मुस्कुरा रहा था, या किताब ही इश्क़ सिखा रहा था? . Photographed by @iamromill Muse: @dollychawla22
बैठी थी चुपचाप, किताबों के संग, शब्दों में ढूँढ रही थी कोई रंग। धीमे से मुस्काई, पन्ना पलटा, मानो कोई ख़त था, खुद को लिखा। कभी वो हँसी, कभी शरमाई, कभी लगा कोई पास तो न आया? किताब के पन्नों में उलझा ये मन, पढ़ते-पढ़ते हो गया अनजान। शब्दों से निकला एक ख़्वाब नया, दिल में उतरता एहसास नया। कहीं दूर कोई मुस्कुरा रहा था, या किताब ही इश्क़ सिखा रहा था? . Photographed by @iamromill Muse: @dollychawla22
बैठी थी चुपचाप, किताबों के संग, शब्दों में ढूँढ रही थी कोई रंग। धीमे से मुस्काई, पन्ना पलटा, मानो कोई ख़त था, खुद को लिखा। कभी वो हँसी, कभी शरमाई, कभी लगा कोई पास तो न आया? किताब के पन्नों में उलझा ये मन, पढ़ते-पढ़ते हो गया अनजान। शब्दों से निकला एक ख़्वाब नया, दिल में उतरता एहसास नया। कहीं दूर कोई मुस्कुरा रहा था, या किताब ही इश्क़ सिखा रहा था? . Photographed by @iamromill Muse: @dollychawla22
बैठी थी चुपचाप, किताबों के संग, शब्दों में ढूँढ रही थी कोई रंग। धीमे से मुस्काई, पन्ना पलटा, मानो कोई ख़त था, खुद को लिखा। कभी वो हँसी, कभी शरमाई, कभी लगा कोई पास तो न आया? किताब के पन्नों में उलझा ये मन, पढ़ते-पढ़ते हो गया अनजान। शब्दों से निकला एक ख़्वाब नया, दिल में उतरता एहसास नया। कहीं दूर कोई मुस्कुरा रहा था, या किताब ही इश्क़ सिखा रहा था? . Photographed by @iamromill Muse: @dollychawla22
बैठी थी चुपचाप, किताबों के संग, शब्दों में ढूँढ रही थी कोई रंग। धीमे से मुस्काई, पन्ना पलटा, मानो कोई ख़त था, खुद को लिखा। कभी वो हँसी, कभी शरमाई, कभी लगा कोई पास तो न आया? किताब के पन्नों में उलझा ये मन, पढ़ते-पढ़ते हो गया अनजान। शब्दों से निकला एक ख़्वाब नया, दिल में उतरता एहसास नया। कहीं दूर कोई मुस्कुरा रहा था, या किताब ही इश्क़ सिखा रहा था? . Photographed by @iamromill Muse: @dollychawla22
बैठी थी चुपचाप, किताबों के संग, शब्दों में ढूँढ रही थी कोई रंग। धीमे से मुस्काई, पन्ना पलटा, मानो कोई ख़त था, खुद को लिखा। कभी वो हँसी, कभी शरमाई, कभी लगा कोई पास तो न आया? किताब के पन्नों में उलझा ये मन, पढ़ते-पढ़ते हो गया अनजान। शब्दों से निकला एक ख़्वाब नया, दिल में उतरता एहसास नया। कहीं दूर कोई मुस्कुरा रहा था, या किताब ही इश्क़ सिखा रहा था? . Photographed by @iamromill Muse: @dollychawla22
बैठी थी चुपचाप, किताबों के संग, शब्दों में ढूँढ रही थी कोई रंग। धीमे से मुस्काई, पन्ना पलटा, मानो कोई ख़त था, खुद को लिखा। कभी वो हँसी, कभी शरमाई, कभी लगा कोई पास तो न आया? किताब के पन्नों में उलझा ये मन, पढ़ते-पढ़ते हो गया अनजान। शब्दों से निकला एक ख़्वाब नया, दिल में उतरता एहसास नया। कहीं दूर कोई मुस्कुरा रहा था, या किताब ही इश्क़ सिखा रहा था? . Photographed by @iamromill Muse: @dollychawla22
बैठी थी चुपचाप, किताबों के संग, शब्दों में ढूँढ रही थी कोई रंग। धीमे से मुस्काई, पन्ना पलटा, मानो कोई ख़त था, खुद को लिखा। कभी वो हँसी, कभी शरमाई, कभी लगा कोई पास तो न आया? किताब के पन्नों में उलझा ये मन, पढ़ते-पढ़ते हो गया अनजान। शब्दों से निकला एक ख़्वाब नया, दिल में उतरता एहसास नया। कहीं दूर कोई मुस्कुरा रहा था, या किताब ही इश्क़ सिखा रहा था? . Photographed by @iamromill Muse: @dollychawla22
बैठी थी चुपचाप, किताबों के संग, शब्दों में ढूँढ रही थी कोई रंग। धीमे से मुस्काई, पन्ना पलटा, मानो कोई ख़त था, खुद को लिखा। कभी वो हँसी, कभी शरमाई, कभी लगा कोई पास तो न आया? किताब के पन्नों में उलझा ये मन, पढ़ते-पढ़ते हो गया अनजान। शब्दों से निकला एक ख़्वाब नया, दिल में उतरता एहसास नया। कहीं दूर कोई मुस्कुरा रहा था, या किताब ही इश्क़ सिखा रहा था? . Photographed by @iamromill Muse: @dollychawla22
बैठी थी चुपचाप, किताबों के संग, शब्दों में ढूँढ रही थी कोई रंग। धीमे से मुस्काई, पन्ना पलटा, मानो कोई ख़त था, खुद को लिखा। कभी वो हँसी, कभी शरमाई, कभी लगा कोई पास तो न आया? किताब के पन्नों में उलझा ये मन, पढ़ते-पढ़ते हो गया अनजान। शब्दों से निकला एक ख़्वाब नया, दिल में उतरता एहसास नया। कहीं दूर कोई मुस्कुरा रहा था, या किताब ही इश्क़ सिखा रहा था? . Photographed by @iamromill Muse: @dollychawla22